Mumbai : मुंबई में हर्बल हुक्का पार्लरों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। शहर पुलिस द्वारा हाल ही में की जा रही कार्रवाइयों से पार्लर मालिकों में अफरा-तफरी मच गई है। पुलिस न केवल तंबाकू युक्त हुक्कों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है, बल्कि हर्बल हुक्के पर भी कार्रवाई की जा रही है, जिससे व्यवसायियों में भारी नाराज़गी है।
पुलिस कार्रवाई मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस हालिया बयान के बाद तेज हुई है, जिसमें उन्होंने हुक्कों की आड़ में नशीले पदार्थों की बिक्री पर सख्त कदम उठाने की बात कही थी। हालांकि, हर्बल हुक्कों की अनुमति बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा 2019 में दी जा चुकी है।
पार्लर मालिकों का कहना है कि न तो कोई लिखित आदेश है और न ही किसी प्रकार की FIR दर्ज हुई है। फिर भी पुलिस स्थानीय स्तर पर दबाव बनाकर उनके व्यवसाय बंद करवा रही है। एक मालिक ने बताया, “जब हम लिखित आदेश की मांग करते हैं, तो हमें कोई दस्तावेज़ नहीं दिया जाता, सिर्फ मौखिक निर्देश देकर दुकान बंद करने को कहा जाता है।”
मुंबई में लगभग 250 हर्बल हुक्का पार्लर हैं, जिनमें 2000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। व्यापारियों का कहना है कि इस तरह की अचानक कार्रवाई से उनका आर्थिक नुकसान हो रहा है और कई लोगों की रोज़ी-रोटी पर खतरा मंडरा रहा है।
व्यवसायियों ने मुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है ताकि उन्हें स्थिति स्पष्ट की जा सके और हर्बल हुक्का पार्लरों को कानूनी रूप से संचालन की अनुमति मिल सके।
एक पार्लर प्रबंधक ने कहा, “अगर हमने कोई गैरकानूनी कार्य नहीं किया है तो हमें वैध तरीके से व्यवसाय करने दिया जाए।”
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