Mumbai : विलेपार्ले में स्थित श्री पार्श्वनाथ भगवान के ऐतिहासिक जैन मंदिर को तोड़े जाने की प्रस्तावित योजना के खिलाफ आज मुंबई में जैन समुदाय ने भारी संख्या में एकत्र होकर शांतिपूर्ण निषेध मोर्चा निकाला। यह मोर्चा मंदिर की पवित्रता और धार्मिक स्थलों की रक्षा की मांग को लेकर आयोजित किया गया।
सुबह से ही मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों से जैन धर्मावलंबी बड़ी संख्या में विलेपार्ले पहुंचे। पुरुष, महिलाएं और युवा – सभी ने शांतिपूर्ण ढंग से हाथों में पोस्टर व बैनर लेकर मंदिर की रक्षा की अपील की। मोर्चे में शामिल लोगों ने स्थानीय प्रशासन और सरकार से मांग की कि इस मंदिर को तत्काल तोड़ने की योजना को रद्द किया जाए।
जैन समुदाय की प्रमुख माँगें:
श्री पार्श्वनाथ भगवान के जैन मंदिर को संरक्षित धार्मिक स्थल घोषित किया जाए।
तोड़फोड़ की कार्यवाही को तुरंत रोका जाए।
भविष्य में किसी भी धार्मिक स्थल पर कार्रवाई से पहले संबंधित समुदाय की राय ली जाए।
इस दौरान कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी सभा को संबोधित किया और इस मुद्दे को लेकर एकजुटता दिखाई। वक्ताओं ने कहा कि यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल की बात नहीं है, बल्कि यह श्रद्धा, आस्था और संस्कृति की बात है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
स्थानीय प्रशासन ने मोर्चे को शांतिपूर्ण देखते हुए भारी पुलिस बंदोबस्त किया था। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी माँगों को सरकार तक पहुँचाया जाएगा और कोई भी निर्णय समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा।
समाप्ति:
शांतिपूर्ण तरीके से समाप्त हुए इस मोर्चे ने सरकार और समाज को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए समुदाय एकजुट होकर खड़ा है और अपनी आस्था के लिए संविधानिक तरीके से आवाज़ उठाने को तैयार है।



