Mumbai : मुंबई पुलिस ने नगालैंड के कैबिनेट मंत्री और भाजपा सांसद तेमजेन इम्ना अलोंग के खिलाफ एक कंपनी से जुड़े निवेश विवाद मामले में जांच शुरू की है। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार (10 सितंबर) को बॉम्बे हाई कोर्ट में इसकी जानकारी दी।
यह जांच जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण की बेंच के आदेश के बाद शुरू की गई है। मुंबई स्थित कंपनी हेजल मर्केंटाइल लिमिटेड ने उनके खिलाफ याचिका लगाई है। कंपनी का आरोप है कि उसने तेमजेन के कहने पर नगालैंड में 125 करोड़ रुपए इन्वेस्ट किए थे।
हालांकि, सभी सप्लाई कमिटमेंट्स को पूरा करने और चालान जारी करने के बाद अलॉन्ग ने कंपनी के लोगों से दूरी बना ली। मामला 2015 का है। तब तेमजेन किसी पद पर नहीं थे। कंपनी ने 9 फरवरी, 2024 को EOW में शिकायत दर्ज कराई थी।
कंपनी ने चावल-चीनी सप्लाई और कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्ट लिया था कंपनी ने बताया कि तेमजेन ने 2015 और 2018 के बीच नगालैंड में निवेश करने के लिए उनसे संपर्क किया था। कंपनी ने 21 अप्रैल 2015 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया और लगभग 125 करोड़ रुपए का निवेश किया।
MoU में चावल और चीनी की सप्लाई के लिए एग्रीमेंट और कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्ट शामिल थे। हालांकि, बाद में तेमजेन की तरफ से उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। तेमजेन 2023 में सीएम नेफ्यू रियो की सरकार में पर्यटन और उच्च शिक्षा मंत्री बने।
लोकायुक्त के इनकार के बाद EOW ने जांच शुरू की तेमजेन के कैबिनेट मंत्री के पद पर रहने के कारण मुंबई पुलिस के STF के डिप्टी पुलिस कमिश्नर संग्रामसिंह निशानदार ने 24 जून, 2024 को नगालैंड लोकायुक्त को मामले पर विचार के लिए शिकायत भेजी।
बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अतिरिक्त लोक अभियोजक क्रांति ने बताया कि नगालैंड लोकायुक्त की तरफ से जवाब मिल गया है। लोकायुक्त की तरफ से कहा गया कि कथित लेनदेन अलॉन्ग के कैबिनेट मंत्री बनने से पहले हुए थे, इसलिए यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। लोकायुक्त के जवाब के बाद STF EOW ने मामले की जांच शुरू की।