महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल इस साल 26 नवंबर को खत्म होने वाला है. इसी को ध्यान में रखते हुए हाल ही में मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के छह महीने के अंदर ही राज्य में चुनाव हो सकते हैं लेकिन अब बताया जा रहा है कि लड़की बहिन योजना के चलते ये चुनाव टाल दिए गए हैं.
पिछली बार यानी साल 2019 में हरियाणा और महाराष्ट्र दोनों राज्यों के चुनाव एक साथ हुए थे. लेकिन इस बार कुछ दिन पहले ही केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों को ऐलान कर दिया गया था. इस बार महाराष्ट्र के चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा था कि महाराष्ट्र में चुनाव दिवाली के बाद होंगे. अब जानकारी है कि चुनाव दिवाली के बाद नहीं बल्कि दिसंबर महीने में होंगे और राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है.
मध्य प्रदेश की तरह महाराष्ट्र में भी ‘लड़की बहिन योजना’ शुरू की गई . उक्त योजना में पात्र महिलाओं को जुलाई से 1500 रूपये दिए जा रहे हैं. योजना की संयुक्त दो किस्तें कुछ दिन पहले महिलाओं के खाते में जमा की गई थीं. विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा महिला उम्मीदवारों योजना की ओर आकर्षित करने के लिए योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं को दिया जाएगा.
विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के 6 महीने के अंदर चुनाव हो सकते हैं. इसलिए उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन का संकेत दिया था. 26 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. उसके बाद राष्ट्रपति शासन लगेगा. राजीव कुमार ने कहा था कि राष्ट्रपति शासन लगाने में कुछ भी गलत नहीं है और मतदान और गिनती की प्रक्रिया कुछ हफ्तों में पूरी कर ली जाएगी.