कुत्तों को सबसे ज्यादा वफादार जानवर माना जाता है. ये अपने मालिक के प्रति रक्षक की भूमिका भी निभाते हैं. इन्हें जरा दुलार और खाना दे दो तो यह अपना प्यार लुटाना शुरू कर देते हैं. कुत्तों की वफादारी और उनके इंसानों के बीच रिश्तों के किस्से आपने बहुत सुने होंगे. लेकिन कर्नाटक के एक कुत्ते की कहानी सुनकर आप हैरान हो जाएंगे.कर्नाटक का एक कुत्ता महाराष्ट्र में आकर अपने मालिक से बिछड़ गया. मायूस मालिक बगैर कुत्ते के घर वापस आ गया. लेकिन वह उस वक्त हैरान रह गया जब उसका कुत्ता करीब 200 किलोमीटर तक पैदल चलकर वापस अपने मालिक के घर आ गया. अपना खोया हुआ कुत्ता पाकर मालिक तो खुश हुआ ही साथ ही कुत्ते की इस लग्न को देख पूरा गांव हैरत में पड़ गया. कुत्ते के वापस मिलने की खुशी में उसको फूलों की माला पहनाकर गांव में जुलूस निकाला गया.कुत्ते की वापसी की खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. कई फेसबुक अकाउंट पर कुत्ते की माला पहने हुए फोटो पोस्ट की जा रही हैं. बेलगाम जिले के एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन ने भी इस कुत्ते की तस्वीर ऑनलाइन शेयर की है. मामला बेलगाम जिले के निप्पनी तालुक के गांव यमगर्नी का है. यहां के रहने वाले ज्ञानदेव कुंभार अपने पालतू कुत्ते को वार्षिक आषाढ़ी यात्रा में 18 जुलाई को लेकर गए थे. यह महाराष्ट्र के पंढरपुर तक करीब 200 किलोमीटर की पैदल यात्रा थी.यहां आकर भीड़ में ज्ञानदेव का पालतू कुत्ता गुम हो गया. उन्होंने उसे काफी जगह तलाशा लेकिन वह नहीं मिला. मायूस होकर ज्ञानदेव बगैर कुत्ते के वापस अपने गांव यमगर्नी आ गए. 4 दिनों के बाद ज्ञानदेव अपने घर के बाहर पालतू कुत्ते को देख हैरान रह गए. उनका कुत्ता वापस अपने घर आ गया था. इस बात की खबर पूरे गांव में फैल गई. ग्रामीणों ने कुत्ते की वापसी पर उसे फूलों की माला पहनाकर जश्न मनाया. ग्रामीणों ने इसे दिव्य चमत्कार कहते हुए बहुत खुश होकर विट्ठल मंदिर से कुंभार के घर तक एक जश्न का जुलूस निकाला.
भीड़ में बिछड़ गया कुत्ता… 4 दिन बाद 200 KM पैदल चल महाराष्ट्र से कर्नाटक मालिक के पास पहुंचा, गांव में मनाया जश्न जानिए पूरी कहानी
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