मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुए होर्डिंग हादसे में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. बीते सोमवार शाम पेट्रोल पंप पर जो होर्डिंग गिरी थी, वह 120 फीट की थी. खास बात ये है कि पूरे मुंबई शहर में इससे बड़ी होर्डिंग कहीं पर भी नहीं लगी थी. इसी वजह से इसका नाम ‘लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी दर्ज था.
मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुए होर्डिंग हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 44 लोगों का BMC के राजावाड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा है. NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है. इस हादसे के बाद तरह-तरह के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि जिस होर्डिंग के गिरने से यह हादसा हुआ, उसका नाम ‘लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज है. इसे मुंबई की सबसे बड़ी होर्डिंग के तौर पर ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज किया गया था.
मुंबई शहर में इस तरह की छोटी-बड़ी विज्ञापन की कई होर्डिंग लगी हैं. आरोप है कि इनको लगाने को लेकर जो मानक तय किए गए हैं, उनको पूरा नहीं किया जाता है, जिससे जब आंधी-तूफान आता है तो ये कभी रास्ते पर तो कभी घरों पर गिर जाती हैं. घाटकोपर में सोमवार शाम हुए होर्डिंग हादसे ने भी कई सवाल खड़े किए हैं. पहला तो ये कि जब होर्डिंग लगाने के लिए 40 फीट की परमिशन दी गई थी तो क्यों 120 फीट की होर्डिंग लगाई गई.
होर्डिंग को खुली जगह पर लगाने के बजाए एकदम भीड़भाड़ वाली जगह पर क्यों लगाया गया, पेट्रोल पंप के पास होर्डिंग को लगाते समय ये ध्यान में क्यों नहीं रखा गया कि अगर कभी हादसा होता है तो पेट्रोल पंप पर आग भी लग सकती है. गनीमत रही कि कल हादसे के बाद आग नहीं लगी. कुल मिलाकर इस होर्डिंग को लगाते समय कई तकनीकी बातों की अनदेखी गई, जो BMC, रेलवे विभाग और विज्ञापन कंपनी को कटघरे में खड़ा करती है.
फिलहाल मंबई पुलिस प्रशासन, मुंबई नगर निगम (BMC), रेलवे विभाग आदि मामले की जांच कर रहे हैं. पेट्रोल पंप पर जो होर्डिंग गिरा, उसका क्षेत्रफल 1583 वर्ग मीटर था. इस घटना के संबंध में मुंबई नगर निगम, रेलवे विभाग और विज्ञापन कंपनी एगो मीडिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक, जिस जमीन पर होर्डिंग लगाई गई है, वह जमीन कलेक्टर और महाराष्ट्र सरकार पुलिस हाउसिंग वेलफेयर कॉर्पोरेशन के कब्जे में है.