फ़्रांस में अल्जीरियाई मूल के 17 वर्षीय किशोर की पुलिस की गोली से हुई मौत के बाद पूरे देश में भड़की हिंसा की आग थमी नहीं है. हिंसा चौथी रात भी जारी रही.
यहां के शहर नानतेरे में मंगलवार को नाहेल नाम के एक युवक को पुलिस ने गोली मार दी थी. इसके बाद नानतेरे समेत लगभग पूरे देश में हिंसा भड़क उठी थी.
शनिवार को नाहेल की अंत्येष्टि की गई. इस मौक़े पर नानतेरे की इब्न बदिस मस्जिद में एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. स्थानीय अख़बारों के अनुसार बड़ी संख्या में लोग इसके लिए मस्जिद आए.
इस बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जर्मनी का अपना दौरा फिलहाल के लिए टाल दिया है.
फ्रांस में हिंसा की चौथी रात स्थिति पर काबू करने के लिए सरकार ने क़रीब 45 हज़ार पुलिस अफ़सरों को तैनात किया है.
फ्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड दारमेनिन ने कहा कि देश में चौथी रात हिंसा में थोड़ी कमी देखी गई और 471 लोगों को गिरफ़्तार किया. जबकि तीसरी रात की हिंसा के दौरान 917 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था.
सरकार ने लोगों से अपने बच्चों को हिंसा से दूर रखने को कहा है.
दारमेनिन ने बताया है कि हिंसा भड़काने के आरोप में 13 साल तक के बच्चों को गिरफ़्तार किया गया है.
इस बीच, फ्रांस के फुटबॉल स्टार किलियान एमबापे ने शांति की अपील करते हुए कहा है कि हिंसा से कोई समाधान नहीं निकल सकता.
उन्होंने लोगों से मृतक का शोक मनाने, आपस में बातचीत कर मसला सुलझाने और हिंसा में नष्ट हुई चीजों को दोबारा खड़ा करने की अपील की है.