जादुई परिवर्तन”: बजरंग दल के बचाव को लेकर पी चिदंबरम का पीएम मोदी पर तंज पढ़िए पूरी खबर विस्तार से

0
131

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लोकतंत्र और कर्नाटक के भविष्य के लिए, हमें भाजपा को कर्नाटक में जीतने और इस जीत को पड़ोसी राज्यों में भुनाने से रोकना चाहिए.’’

बजरंग दल विवाद’ के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को कहा कि कर्नाटक चुनाव से संबंधित उनकी पार्टी के घोषणा-पत्र में यह कतई नहीं कहा गया है कि राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनने की स्थिति में संगठन (बजरंग दल) पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा, लेकिन नफरत फैलाने वाले सभी संगठनों के खिलाफ कानून के दायरे में ‘निर्णायक कार्रवाई’ किए जाने का वादा जरूर किया गया है. चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा की जा रही आलोचनाओं को लेकर उस पर पलटवार करते हुए बजरंग दल की तुलना ‘बजरंगबली’ से किए जाने पर सवाल भी उठाया और पूछा कि इस ‘जादुई परिवर्तन’ की व्याख्या कैसे की जा सकती है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने विश्वास जताया कि राज्य के लोग बुद्धिमानी से अपने प्रतिनिधि का चयन करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीदवारों का चयन तय करेगा कि कर्नाटक एक उदार, लोकतांत्रिक, बहुलवादी, सहिष्णु और प्रगतिवादी मॉडल बनेगा या फिर अंतर्मुखी, बहुसंख्यकवादी, असहिष्णु और दमनकारी राज्य.

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘लोकतंत्र और कर्नाटक के भविष्य के लिए, हमें भाजपा को कर्नाटक में जीतने और इस जीत को पड़ोसी राज्यों में भुनाने से रोकना चाहिए.” राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने के भाजपा के वादे के बारे में पूछे जाने पर, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों ऐसे मुद्दे हैं, जो समाज को विभाजित करने और सामाजिक संघर्ष को बढ़ावा देने की क्षमता रखते हैं.

चिदंबरम ने कहा, ”कुछ उत्तरी और पूर्वोत्तर राज्यों में जो कुछ हुआ है, उसका हमें अनुभव है.” कांग्रेस के घोषणा-पत्र में ‘बजरंग दल’ जैसे संगठनों के खिलाफ संभावित कार्रवाई के वादे को भाजपा द्वारा चुनावी मुद्दा बनाए जाने और इससे चुनाव पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र में ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया है कि ‘‘हम बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे.”

Facebook Comments Box