उत्तरप्रदेश : अल्लाह और ओम को एक बताने वाले जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी के बयान के जवाब में शंकराचार्य ने ये बातें कहीं।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म पर सवाल उठाने वाले लोग पहले संस्कृत-व्याकरण का पठन-पाठन करें। हम सबके पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य ही थे।
शंकराचार्य बोले- अल्लाह शब्द संस्कृत का:मां दुर्गा का आह्वान करने के लिए अल्लाह का इस्तेमाल करते हैं; सबके पूर्वज सनातनी
वाराणसी20 घंटे पहले
पुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा- राजनीति और धर्म एक दूसरे से अलग हो ही नहीं सकते। धर्म के बिना राजनीति नहीं हो सकती।
वाराणसी में गोवर्धन पुरी मठ के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा है कि अल्लाह शब्द मातृशक्ति का है। यह संस्कृत का शब्द है। मां दुर्गा का आह्वान करने के लिए अल्लाह शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
अल्लाह और ओम को एक बताने वाले जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी के बयान के जवाब में शंकराचार्य ने ये बातें कहीं।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म पर सवाल उठाने वाले लोग पहले संस्कृत-व्याकरण का पठन-पाठन करें। हम सबके पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य ही थे।
कार्यक्रम में शंकराचार्य के अनुयायियों ने उनसे आशीर्वाद भी लिया। – Dainik Bhaskar
कार्यक्रम में शंकराचार्य के अनुयायियों ने उनसे आशीर्वाद भी लिया।
हिम्मत है तो बाइबल और कुरान पर कटाक्ष करके दिखाएं
मीडिया से बातचीत में शंकराचार्य ने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा- उन पर हनुमान जी महाराज की कृपा है। राजनीति में धर्म के इस्तेमाल पर कहा कि दोनों एक-दूसरे से अलग-अलग नहीं हैं। धर्म के बिना राजनीति हो ही नहीं सकती।
शंकराचार्य ने कहा कि रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वाले लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करें। जो लोग रामायण को लेकर बात कर रहे हैं, उनमें हिम्मत हो, तो बाइबल और कुरान पर कटाक्ष करके दिखाएं, फिर देखिए क्या होता है।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती मंगलवार को पांच दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे हैं। वे 5 दिनों तक चलने वाली संगोष्ठी, दीक्षांत और धर्मसभा में शामिल होंगे।