राज्यपाल कोश्यारी का विरोध, शिवाजी पर टिप्पणी के विरोध में आज पुणे बंद, MVA-संभाजी ब्रिगेड ने किया एलान
मराठा संगठन संभाजी ब्रिगेड, कई संगठनों और विपक्षी दलों के साथ सर्वधर्मीय शिवप्रेमी पुणेकर ने मंगलवार को पुणे बंद रखा है। इस दौरान एक मौन मार्च निकाला जा रहा है। डेक्कन में छत्रपति संभाजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद मौन मार्च शुरू हुआ यह मार्च राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के छत्रपति शिवाजी महाराज पर टिप्पणी के खिलाफ निकाला जा रहा है।


MVA Protest Against Koshyari: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का विरोध अब तेज होता जाता रहा है. कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), संभाजी ब्रिगेड और कुछ अन्य संगठनों ने आज महाराष्ट्र के पुणे शहर में बंद का आह्वान किया है. यह बंद छत्रपति शिवाजी के बारे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान की निंदा करने के लिए बुलाया गया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि पुणे में एक व्यापारी निकाय, फेडरेशन ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन ऑफ पुणे (FATP) के अध्यक्ष फतेहचंद रांका ने आज के ‘बंद’ को समर्थन देने और दोपहर 3 बजे तक दुकानें बंद रखने का फैसला किया है.
रांका ने कहा, “इन पार्टियों की अपील के बाद महासंघ के सभी सदस्यों की एक आंतरिक बैठक आयोजित की गई और मंगलवार दोपहर तीन बजे तक दुकानें बंद रखकर बंद का समर्थन करने का निर्णय लिया गया.” उल्लेखनीय है कि आवश्यक सेवाएं, पेट्रोल पंप और सीएनजी पंप आज भी चालू रहेंगे.
राज्यपाल के क्या बोलने पर हुआ विवाद? महाराष्ट्र के राज्यपाल ने पिछले महीने औरंगाबाद में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा था, “अगर कोई पूछता है कि आपका आइडल कौन है तो आपको किसी की तलाश में बाहर जाने की जरूरत नहीं है. आप उन्हें यहीं महाराष्ट्र में पाएंगे. छत्रपति शिवाजी महाराज अब पुराने आदर्श बन गए हैं… आप नए लोगों लोगों को आदर्श के रूप में देख सकते हैं. बाबासाहेब अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक.”
कोश्यारी के बयान की हुई निंदा
छत्रपति शिवाजी पर कोश्यारी की यह टिप्पणी राजनीतिक दलों को बिल्कुल रास नहीं आई और उनके बयान ने बड़े पैमाने पर हंगामा शुरू कर दिया. महाराष्ट्र में मराठा संगठनों और विपक्षी नेताओं ने कोश्यारी के बयान की निंदा की. एनसीपी और शिवसेना का ठाकरे गुट तो कोश्यारी पर कार्रवाई की मांग भी कर रहा है.
यह दुर्भाग्यपूर्ण है
लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए एनसीपी सदस्य अमोल कोल्हे और शिवसेना (ठाकरे गुट) के नेता विनयाल राउत ने कहा कि शिवाजी के लिए अपमानजनक संदर्भ बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. राउत ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज न केवल महाराष्ट्र में बल्कि पूरे देश में एक महान व्यक्ति के रूप में पूजनीय हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोग छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए बार-बार अपमानजनक बातें कर रहे हैं.”