मुंबई : नायर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की मेडिकल छात्रा द्वारा अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है।
मुंबई के नायर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की मेडिकल छात्रा द्वारा अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। एडीआर के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। मृतक की पहचान टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज और बी.वाई.एल. नायर चैरिटेबल अस्पताल, मुंबई के ऑक्यूपेशनल थेरेपी डिपार्टमेंट में अंतिम वर्ष की छात्रा श्रेयसा पाठक के रूप में हुई है।
श्रेयसा पाठक की आत्महत्या के पीछे का कारण फिलहाल अज्ञात है क्योंकि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। बता दें कि पिछले एक महीने में शहर स्थित चिकित्सा संस्थान की दूसरी छात्रा हैं, जिसकी आत्महत्या से मौत हुई है। इससे पहले सेठ गोर्धनदास सुंदरदास मेडिकल कॉलेज और केईएम अस्पताल के एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र गोविंद माने ने सांगली में अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी।
श्रेया पाठक ने 21 सितंबर को आत्महत्या की थी। उसने कथित तौर पर उस वक्त फांसी लगा ली थी जब घर पर कोई नहीं था। आत्महत्या पुलिस के लिए एक रहस्यमय मुद्दा है। क्योंकि उसके परिवार के सदस्यों को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला क्यों किया। श्रेया के निधन पर उनके दोस्तों और सहकर्मियों ने शोक जताया है।
अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह अपने माता-पिता और एक छोटे भाई के साथ रहती थी। उन्होंने बताया कि 21 सितंबर को जब घर पर कोई नहीं था तो उसने फांसी लगा ली। हालांकि, पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। यहां तक कि परिजनों ने भी कोई संदेह नहीं जताया है। हम मामले की जांच कर रहे हैं और इस तरह के कठोर कदम के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।