महाराष्ट्र में क्यों हो रही है सबसे ज्यादा आत्महत्या, एनसीआरबी की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, जानिए वजह

0
19

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े

मुंबई:देशभर में आत्महत्या (Suicide) करने के मामले में पिछले साल महाराष्ट्र (Maharashtra) पहले नंबर पर रहा। यह खुलासा राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वार्षिक रिपोर्ट में हुआ है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 2021 में महाराष्ट्र में आत्महत्या की सर्वाधिक घटनाएं हुईं। तमिलनाडु और मध्य प्रदेश आत्महत्या के मामलों में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। पूरे भारत में ऐसे 1,64,033 मामले दर्ज किए गए। एनसीआरबी (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, पेशे या करियर से संबंधित समस्याएं, अलगाव की भावना, दुर्व्यवहार, हिंसा, पारिवारिक समस्याएं, मानसिक विकार, शराब की लत और वित्तीय नुकसान आत्महत्या करने की घटनाओं के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।

आत्महत्या के कुल 1,53,052 मामले दर्ज
एनसीआरबी के मुताबिक, भारत में 2020 में आत्महत्या के कुल 1,53,052 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2021 में 7 फीसदी बढ़ोतरी के साथ यह आंकड़ा 1,64,033 तक पहुंच गया। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल देश में महाराष्ट्र में आत्महत्या के सर्वाधिक 22,207 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद, तमिलनाडु में 18,925, मध्य प्रदेश में 14,965, पश्चिम बंगाल में 13,500 और कर्नाटक में 13,056 मामले दर्ज किए गए, जो आत्महत्या के कुल मामलों का क्रमश: 13.5 प्रतिशत, 11.5 प्रतिशत, 9.1 प्रतिशत, 8.2 प्रतिशत और 8 प्रतिशत हैं।

देश में दर्ज किए गए आत्महत्या के कुल मामलों में से इन पांच राज्यों में 50.4 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए, जबकि शेष 49.6 प्रतिशत मामले 23 अन्य राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में सामने आए हैं।

उत्तर प्रदेश में आत्महत्या के मामले कम
सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में तुलनात्मक रूप से आत्महत्या के कम मामले सामने आए, जो देश में दर्ज इस तरह की घटनाओं का केवल 3.6 प्रतिशत हैं। वहीं, केंद्रशासित प्रदेशों में सर्वाधिक आबादी वाली दिल्ली में 2021 में आत्महत्या के सर्वाधिक 2,840 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद पुडुचेरी में 504 मामले दर्ज किए गए। गत वर्ष देश के 53 बड़े शहरों में आत्महत्या के कुल 25,891 मामले दर्ज किए गए।

हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें bandhunews.in पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट पर पढ़ें हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए हमें सम्पर्क करें : 7710 888 888

Facebook Comments Box