28जनवरी को बिहार बंद का ऐलान, महागठबंधन का मिला साथ

0
24

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े

छात्र संगठन AISA, AISF और NSUI ने भी बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. छात्रों के बिहार बंद के समर्थन में महागठबन्धन भी उतर आया है. आज RJD कार्यालय में प्रेस काॉन्फ्रेंस करते हुए आरजेड़ी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, कांग्रेस नेता राजेश राठौर, सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय, सीपीआई मार्क्सवादी, माले नेता ने एकसाथ बंद का समर्थन किया.

धांधली को लेकर छात्रों का आंदोलन और उग्र होता जा रहा है. पिछले दो दिनों में कई जिलों में हंगामे के बाद अब छात्र संगठनों ने शुक्रवार यानी 28 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान किया है.

छात्र संगठन AISA, AISF और NSUI ने भी बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. छात्रों के बिहार बंद के समर्थन में महागठबन्धन भी उतर आया है. आज RJD कार्यालय में प्रेस काॉन्फ्रेंस करते हुए आरजेड़ी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, कांग्रेस नेता राजेश राठौर, सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय, सीपीआई मार्क्सवादी, माले नेता ने एकसाथ बंद का समर्थन किया.

जगदानंद सिंह ने कहा- सड़क पर लाठी खाने को तैयार
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बिहार बंद का समर्थन करने की घोषणा करते हुए कहा कि युवा छात्रों के बिहार बंद का आरजेडी सक्रिय होकर समर्थन करता है. अगर जरूरत पड़ी तो तमाम कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे और पुलिस की लाठी खाने को तैयार हैं. बिहार बंद में अगर कहीं कोई गड़बड़ी हुई. तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्रों के साथ उनके किसान माता-पिता पहले से ही परेशान हैं. कहीं ऐसा न हो कि और बड़ा आंदोलन खड़ा हो जाए. सरकार को तत्काल इस पर फैसला करना चाहिए. आज सरकार की जिद ने छात्रों को परेशान कर दिया है. आज 35 हजार पदों के लिए डेढ़ करोड़ आवेदन आ रहे हैं, जिससे पता चलता है कि बेरोजगारी किस कदर बढ़ गई है.

कांग्रेस ने कहा- बदनाम करने में लगी है बीजेपी

छात्रों के बिहार बंद का समर्थन करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि छात्र आंदोलन को कांग्रेस का पूरा समर्थन है. आंदोलन में शामिल छात्रों को आजीवन नौकरी नहीं देने की बात कही गई है, इससे ज्यादा शर्मनाक बात कुछ नहीं. राजेश राठौर ने कहा कि आज बीजेपी राजनीतिक दलों को बदनाम करने में लगी है. आज लालू, नीतीश, सहित तमाम बड़े नेता इसी छात्र आंदोलन की उपज हैं, फिर आंदोलन गैरकानूनी कैसे है.

सीपीआई और माले ने की समर्थन की घोषणा

सीपीआई मार्क्सवादी और माले ने भी बिहार बंद का खुला समर्थन करने का ऐलान किया. सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय ने कहा कि इस आंदोलन में बिहार के सभी लोगों को शामिल होना चाहिए. बिहार बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण नहीं होना चाहिए. माले नेता उरांव ने बताया कि आज देश में बेरोजगारी बढ़ने का नतीजा है छात्रों का आंदोलन. रेलवे परीक्षा में छात्रों के रिजल्ट के साथ धांधली हुई है. एक ही छात्र का कई पदों पर रिजल्ट आने से सिर्फ आंकड़े बढ़े, छात्रों की संख्या नहीं.

Facebook Comments Box