देश में 14 राज्य कोरोना के इस नए संक्रमण की चपेट में हैं और देश भर में 221 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर संक्रमण रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
देश में ओमिक्रॉन का प्रसार तेजी से होने लगा है। बीते एक सप्ताह में इसका संक्रमण कई गुना तक बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय जहां राज्यों को सावधान रहने के लिए लगातार बैठकें कर रहा है वहीं प्रधानमंत्री मोदी और अरविंद केजरीवाल आज अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक करने वाले हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक के दौरान कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इस बीच तमिलनाडु से डराने वाली खबर सामने आई है कि राज्य में एक ही दिन में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या में 33 की बढ़ोतरी हो गई, यानी राज्य में अब कुल 34 मरीज हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित होने वाले मरीजों की कुल संख्या अब देश में 280 हो गई है। इनमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक 65, दिल्ली में 57, तमिलनाडु में 34, तेलंगाना में 24, राजस्थान में 22, कर्नाटक में 19 के साथ ही हरियाणा में पहला केस सामने आया है। वहीं गुजरात में बुधवार को ओमिक्रॉन के नौ मामले सामने आए हैं। गुजरात में कुल 23 केस दर्ज हो चुके हैं। केरल (24), उत्तर प्रदेश में (2) मामले हैं। आंध्र प्रदेश में दो मामले , पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और चंडीगढ़ में एक-एक मामला है।
इसके बावजूद लोग नए वैरिएंट को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार ने ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण को रोकने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें कई तरह की पाबंदियों पर बात की गई है।
तीन गुना ज्यादा संक्रामक
केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन स्वरूप डेल्टा से तीन गुना ज्यादा संक्रामक है, लिहाजा राज्य त्वरित फैसला लेते हुए रात्रि कर्फ्यू और कंटेनमेंट जोन बनाने जैसे जरूरी उपायों के लिए अलर्ट रहें। बीते 18 दिन में यह संख्या 100 गुना तक बढ़ गई। हालांकि, राहत की बात यह है कि किसी मरीज को आईसीयू में नहीं जाना पड़ा
जिला स्तर पर वार रूम तैयार करें राज्य
केंद्र सरकार ने राज्यों को लिए ओमिक्रॉन के लिए वार रूम तैयार करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है कि ओमिक्रॉन वायरस तेजी से फैलने में सक्षम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक होने या आईसीयू के बेड 40 फीसदी से अधिक भर जाएं, तो जिला या स्थानीय स्तर पर रात्रि कर्फ्यू या कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
टेस्ट, ट्रैक व सर्विलांस के साथ कंटेनमेंट जोन की नीति अपनाएं राज्य
केंद्र सरकार ने कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप के बढ़ते मामलों को लेकर राज्यों को सतर्क किया है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मुख्य सचिवों को लिखा है कि डेल्टा के अलावा ओमिक्रॉन देश के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंच गया है। इसे काबू करने के लिए सख्ती से राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों को आगे आना होगा। सख्त कदम उठाने होंगे। उन्हें टेस्ट, ट्रैक व सर्विलांस के साथ कंटेनमेंट जोन की नीति अपनानी होगी।

