NCB की टीम ने शनिवार देर रात दो युवकों को इंदौर-मुंबई हाईवे से पकड़ा है। आरोपी एक बस में सवार थे। टीम ने घेराबंदी की। दोनों युवकों को थाने ले जाया गया। यहां काफी देर तक पूछताछ करती रही। आरोपियों ने एक महिला तस्कर का नाम भी बताया है।
नारकोटिक्स विभाग ने मोहम्मद आवेश पुत्र हफीज खान निवासी दौलतगंज रानीपुरा और फरदीन पुत्र अहमद हुसैन निवासी अशोका कॉलोनी माणिकबाग ब्रिज को पकड़ा है। आरोपियों के पास करीब एक किलो चरस मिली है। अनुमानित कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई गई है। मामले में अभी आधिकारिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। विभाग से जुड़े अधिकारी पूछताछ के बाद मामले के खुलासे की बात कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक आरोपी महू से चरस लेकर चले थे। टीम चार घंटे से पीछा करते हुए मानपुर इलाके मुंबई इंदौर हाइवे पहुंची थी। यहां से आरोपियों को बस से उतारा गया। आरोपियों ने माल को इंदौर में सप्लाई करने की बात कही है। वहीं, एक महिला का नाम भी सामने आया है। आरोपियों के मोबाइल की भी जांच की जा रही है।
पती बाजार की बाजी से खरीदी थी चरस
आरोपियों ने पती बाजार महू में रहने वाली बाजी से चरस खरीदने की बात कबूली है। एक टीम बाजी के यहां भी पहुंची थी। उसे भी हिरासत में लेने की बात सामने आई है। लेकिन नारकोटिक्स विभाग ने अभी महिला के बारे में कुछ खास जानकारी नही दी है। संभवत वही भी नीमच मंदसौर इलाके से नशा बुलाती थी। विभाग अब वहां के आरोपियों की तलाश में जुटी है
अमानत नाम से बनाया था कोडवर्ड
आरोपियों ने प्रारभिंक पूछताछ में बताया कि वह एजेंट है जो माल सप्लाय करने में शामिल होते है। उन्होंने बताया कि उनका मुंबई का टिकीट करा दिया गया था। रास्ते में उन्हें मोबाईल पर कान्फ्रेंस में लिया गया। जिसके बाद बाजी से बात कराई ओर कोडवर्ड अमानत देकर रवाना किया गया। बाजी से अमानत लेकर वह मुंबई जाने वाले थे। इस मामले में टीमें लगातार आरोपियों की धरपकड़ कर रही है।