Mumbai : अमरावती | प्रतिनिधि
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में रविवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां ड्यूटी पर तैनात सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (ASI) अब्दुल कलाम की सरेआम हत्या कर दी गई।
पहले हमलावरों ने उन्हें तेज रफ्तार कार से टक्कर मारी, और उसके बाद मौके पर ही चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर उनकी जान ले ली।
यह घटना शहर के व्यस्त इलाके में उस समय हुई जब कलाम अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। अचानक हुए हमले से न सिर्फ आम लोग दहशत में आ गए, बल्कि पुलिस विभाग में भी खलबली मच गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और तत्काल छानबीन शुरू की। अमरावती पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सिर्फ 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या की साजिश थी या पुरानी रंजिश?
पुलिस जांच में यह जानने की कोशिश की जा रही है कि यह हमला पूर्व नियोजित था या किसी आपसी रंजिश का नतीजा। आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और उनके आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जब एक वर्दीधारी अधिकारी ही सरेआम सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कितनी दुरुस्त है — यह सवाल उठना लाजमी है।
पुलिस का दावा: जल्द होगा चार्जशीट दाखिल
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी। CCTV फुटेज, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर केस को मज़बूती से अदालत में पेश किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
घटना अमरावती शहर में रविवार रात की है
ड्यूटी पर तैनात ASI अब्दुल कलाम की निर्मम हत्या
पहले कार से टक्कर, फिर चाकुओं से हमला
12 घंटे में तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस जांच जारी, साजिश का शक
क्या यही है कानून का राज?
क्या महाराष्ट्र में अपराधियों को अब वर्दीधारी मारने का भी डर नहीं बचा?
यह सिर्फ एक पुलिस अधिकारी की हत्या नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम को खुली चुनौती है।