Mumbai : नवी मुंबई, 29 अप्रैल:
नवी मुंबई के खारघर और उल्वे जैसे इलाकों में वर्षों से सक्रिय अफ्रीकी ड्रग सिंडिकेट पर अब नवी मुंबई पुलिस ने पूरी तरह शिकंजा कस दिया है। पुलिस कमिश्नर मिलिंद भारम्बे के नेतृत्व में चल रही सख्त कार्रवाई और ड्रग्स के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति के चलते पिछले दो वर्षों में इलाके की तस्वीर बदल गई है।
कमिश्नर भारम्बे ने बताया, “हमने सिर्फ गिरफ्तारी नहीं की, बल्कि पूरे नेटवर्क की पहचान कर उसे तोड़ा। ड्रग्स का नेटवर्क चलाने वाले नागरिकों को बायोमेट्रिक्स के ज़रिए ट्रैक कर ब्लैकलिस्ट किया गया ताकि वे दोबारा भारत न आ सकें।”
2023 से मार्च 2025 तक के पुलिस आंकड़ों के मुताबिक:

2071 नाइजीरियाई नागरिक गिरफ्तार
1336 नागरिक बायोमेट्रिक के जरिए ब्लैकलिस्ट व निर्वासित
60 करोड़ की कीमत की 621 किलो ड्रग्स जब्त और नष्ट
पुलिस ने “नाइजीरियन किचन” की आड़ में चल रहे नशीले धंधों का भंडाफोड़ किया, जहां से ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा अधिकारियों ने भाग लिया और दर्जनों बड़े छापे मारे गए।
क्राइम ब्रांच के एसीपी अजयकुमार लांडगे ने बताया कि ड्रग तस्करों की पहचान करना चुनौतीपूर्ण था क्योंकि वे अलग-अलग पासपोर्ट और डिजिटल तकनीकों से खुद को बदलकर वापसी की कोशिश करते थे, लेकिन अब बायोमेट्रिक्स ने इस चुनौती को खत्म कर दिया है।
कमिश्नर भारम्बे की यह कार्रवाई न केवल नवी मुंबई को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए एक उदाहरण बन चुकी है।
नवी मुंबई पुलिस की यह कार्रवाई सिर्फ नशे के कारोबारियों के खिलाफ नहीं, बल्कि हर उस सिस्टम के खिलाफ है जो शहर की शांति को तोड़ता है। कमिश्नर भारम्बे की अगुवाई में यह मिशन बना है – नवी मुंबई को ड्रग फ्री बनाना।