Mumbai : तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक नहर सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए व्यापक स्तर पर बचाव कार्य जारी है। यह घटना उस समय हुई जब निर्माणाधीन सुरंग में अचानक भू-स्खलन हुआ और कई मजदूर उसमें फंस गए। स्थिति गंभीर बनी हुई है, लेकिन प्रशासन और बचाव दल पूरी क्षमता से राहत कार्य में जुटे हुए हैं।
घटना का विवरण
सुरंग का निर्माण कार्य चल रहा था, तभी अंदर की मिट्टी धंस गई और कई मजदूर मलबे के नीचे दब गए। इसके बाद से ही स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) राहत कार्य में लगे हुए हैं।
बचाव कार्य की प्रमुख चुनौतियाँ
1. सुरंग की जटिल संरचना: सुरंग की लंबाई और संकरी बनावट के कारण राहत कार्य धीमा हो रहा है।
2. कीचड़ और पानी का बहाव: लगातार पानी का बहाव और कीचड़ बचाव कार्य में बाधा बन रहा है।
3. ऑक्सीजन और संचार की समस्या: सुरंग के भीतर संचार माध्यम सीमित हैं, जिससे मजदूरों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है।
बचाव अभियान की प्रगति
बचाव दल अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग कर मलबा हटाने और ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने में लगे हैं। अब तक कुछ मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, जबकि बाकी को बचाने का प्रयास जारी है।
सरकार और प्रशासन की भूमिका
तेलंगाना सरकार ने बचाव कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने जानकारी दी है कि विशेषज्ञों की एक टीम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं।
परिजनों की उम्मीदें और चुनौतियाँ
सुरंग के बाहर मजदूरों के परिजन चिंता में डूबे हुए हैं और अपने प्रियजनों की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं। प्रशासन लगातार उन्हें जानकारी दे रहा है और हरसंभव मदद का आश्वासन दे रहा है।
आगे की योजना
बचाव अभियान को तेजी से पूरा करने के लिए अतिरिक्त विशेषज्ञ और संसाधन लगाए जा रहे हैं। प्रशासन और राहत दल मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
यह ऑपरेशन अत्यंत संवेदनशील है और देशभर की नजरें इस पर टिकी हुई हैं। सभी की यही प्रार्थना है कि सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकाले जाएं।
मैंने तेलंगाना सुरंग बचाव अभियान पर एक और अलग लेख तैयार किया है। यदि आप इसमें कोई बदलाव या अतिरिक्त जानकारी जोड़ना चाहते हैं, तो बताइए!



