उत्तराखंड एसटीएफ को एक बड़ी कामयाबी मिली है. यूके STF की टीम ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के करीबी दीपक दलवीर सिंह सिसोदिया को भारत–नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है. दीपक मुंबई के मशहूर खोजी पत्रकार जे डे की हत्या में उम्रकैद का सजायाफ्ता है. यह इनामी बदमाश पैरोल जेल से बाहर आया था, लेकिन ये वापस जेल जाने के बजाय फरार हो गया था. तभी से एजेंसियों को दीपक की तलाश थी.
उत्तराखण्ड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल के मुताबिक दीपक दलवीर सिंह सिसोदिया एसटीएफ का 47वां शिकार बना है. ये अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का करीबी है. दीपक 25 हजार का इनामी गैंगस्टर था. ये मुम्बई में पत्रकार जे डे की हत्या के आरोप में उम्रक़ैद की सजा काट रहा था. जनवरी 2022 को उसे 45 दिन की पैरोल मिली थी. वो मुंबई की अमरावती सेंट्रल जेल से पैरोल पर रिहा होकर हल्द्वानी पहुंचा था. लेकिन वहां से दीपक फरार हो गया था.
हल्द्वानी से इसके फरार हो जान के बाद से ही उत्तराखंड एसटीएफ की टीम भी इसकी तलाश में जुटी थी. इस संबंध में मुंबई पुलिस ने दीपक के खिलाफ थाना हल्द्वानी में एक मुकदमा एफआईआर संख्या 327/22 धारा 224 आईपीसी के तहत पंजीकृत करवाया था. तभी एसएसपी नैनीताल ने उस पर 25000 रुपये का ईनाम घोषित किया था.
छोटा राजन गैंग से ताल्लुख रखने वाले शातिर बदमाश दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखण्ड पुलिस पिछले एक साल से प्रयास कर रही थी. लेकिन दीपक सिसोदिया के नेपाल में छिपे होने के कारण पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था. हालांकि इस दौरान एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट को गोपनीय सूचनाएं मिल रही थी कि दीपक चोरी-छिपे हल्द्वानी आता है.
एसटीएफ की टीम इस बात को लेकर अलर्ट थी. रविवार की रात पुलिस को सूचना मिली कि दीपक सुबह के वक्त हल्द्वानी आने वाला है. जिसके चलते भारत-नेपाल बॉर्डर पर बनबसा इलाके में एसटीएफ की एक टीम ने डेरा डाल दिया. सटीक मुखबिरी के मुताबिक, दीपक फोर्ड फियेस्टा कार से नेपाल से बनबसा पहुंचा और तभी यूके एसटीएफ टीम ने बनबसा रेलवे स्टेशन के पास से उसे धर दबोचा. फिर एसटीएफ की टीम उसे बनबसा से हल्द्वानी थाने लेकर पहुंची.
अब शातिर बदमाश दीपक को वापस मुंबई भेजा जाएगा. दीपक जून 2011 में मुंबई में अंग्रेजी सांध्य दैनिक अखबार मिड डे के वरिष्ठ पत्रकार जेडे की हत्या में शामिल होने का दोषी था. उसने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन गैंग के शूटरों साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.