Mumbai : MG Motors India एमजी मोटर इंडिया भारतीय कार बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए अपनी 45-48 प्रतिशत शेअर्स बेचने की तैयारी में है। इन शेअर्स को खरीदने के लिए कई बडे बडे उद्योग समूह के नाम सामने आ रहे है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ-साथ हिंदुजा समूह (अशोक लेलैंड के मालिक) भी एमजी मोटर इंडिया के शेअर्स खरीदने के रेस में हैं। जेएसडब्ल्यू समूह के सज्जन जिंदल और महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ-साथ हिंदुजा समूह भी शेयर खरीदने में रुचि रखते हैं।
2020 में भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव पैदा होने के बाद से चीन से एमजी मोटर इंडिया में विदेशी निवेश भारत सरकार द्वारा चीनी कंपनियों पर लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों से प्रभावित हुआ है। इन प्रतिबंधों ने एमजी मोटर इंडिया को अपनी पेरेंट कंपनी SAIC ग्रुप से फंडींग जुटाने से रोक दिया है। एमजी मोटर इंडिया ने स्थानीयकरण का समर्थन करते हुए भारतीय मार्केट को टैप करके और अपने मूल SAIC को ऑफसेट करके देश में अपने विस्तार के लिए पैसे जुटाने का फैसला किया है।
एमजी मोटर्स मूल रूप से चिनी कंपनी है। एमजी मोटर्स चीन के ऑटोमोबाइल सेक्टर में मार्केट लीडर है। कंपनी की गाडिया मार्केट में काफी लोकप्रिय है। एमजी मोटर्स ने 2019 में भारत में प्रवेश किया। कंपनी का फिलहाल गुजरात में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट है। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 80,000 यूनिट प्रति वर्ष है।
मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के विस्तार के लिए कंपनी को फंडींग की आवश्यकता है। कंपनी ऐसे निवेशकों की तलाश कर रही है जो कारोबार में निवेश कर सकें और भारत में कारोबार को बढ़ाने में मदद कर सकें। हिंदुजा ग्रुप, जेएसडब्ल्यू ग्रुप और महिंद्रा ग्रुप एमजी मोटर्स के शेअर्स खरीदने के लिए इच्छुक हैं।
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