Twin Tower Demolition: सुपरटेक ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण का काम मई में ही पूरा होना था लेकिन तैयारियां पूरी न हो पाने के कारण एडिफिस इंजीनियरिंग ने सुप्रीम कोर्ट से 3 महीने का और वक्त मांग लिया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 28 अगस्त तक ट्विन टावर को ध्वस्त करने का आदेश दिया था. फिलहाल अब ये टावर 28 अगस्त को गिराए जाएंगे.
Twin Tower Demolition: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टॉवर को 28 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे ढहा दिया जाएगा. अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक हुआ तो महज 12 सेकंड में 32 और 30 मंजिला इमारतें जमीदोज हो जाएंगी. 19 अगस्त को नोएडा प्राधिकरण की बैठक में ट्विन टावर को ढहाने को लेकर बैठक हुई थी. इसमें फैसला किया गया कि ध्वस्तीकरण से पहले टावर के आसपास बनी सोसायटी जैसे एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज में रहने वाले लोगों को सुबह ही अपने अपार्टमेंट खाली करने होंगे. दोनों हाउसिंग सोसाइटीज में करीब 7,000 परिवार रह रहे हैं.
टावरों को ढहाने के बाद सीबीआरआई की टीम आसपास के टावरों का परीक्षण करेगी. अगर टावर सुरक्षित रहे और किसी तरीके की कोई कमी नहीं पाई गई तो ही लोगों को बिल्डिंग में जाने की अनुमति मिलेगी. लिफ्ट को पहले खाली चलाकर के उसकी जांच की जाएगी, बिजली की जांच की जाएगी, गैस कनेक्शन चेक किए जाएंगे, टावर के पिलर की जांच की जाएगी फिर कहीं जाकर निवासियों को अपने घरों में जाने की अनुमति दी जाएगी. जानते हैं अब तक की प्रक्रिया में क्या-क्या हुआ?
टावर के 500 मीटर के दायरे में कोई नहीं रहेगा
ब्लास्ट वाले दिन आसपास की सोसायटी में रहने वालों को सुबह साढ़े छह बजे तक सोसायटी खाली करनी होगी. इसके ठीक आधे घंटे बाद यानी 7 बजे बिजली पानी बंद कर दिया जाएगा. ध्वस्तीकरण से पहले टावर के चारों ओर करीब 500 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को इलाके से बाहर भेज दिया जाएगा.
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि घर से निकलते वक्त गैस को जरूर बंद करें और बिजली के मुख्य स्विच को भी बंद कर दें. विस्फोट से पहले आसपास की सड़कों को बंद कर दिया जाएगा. इस दौरान टावरों के सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे.
32 मंजिला इमारत को ब्लास्ट कर जमीदोंज करने वाली एडिफिस और साउथ अफ्रीका की जेट कंपनी के चीफ इंजीनियर का कहना है कि इसमें कुल 9640 होल किए गए, जिसमें तकरीबन 3 हजार 700 किलो बारूद को लगाया गया. एक होल में उतना ही बारूद भरा गया है कि वह एक कॉलम को सही से तोड़ दे.
टावरों में लगा दिए गए हैं विस्फोटक
अपेक्स टावर कुल 32 मंजिल का है जबकि सियान 30 मंजिल का. दोनों टावरों में विस्फोटक लगाने का काम पूरा कर लिया गया है. अब विस्फोटक का कनेक्शन होना बाकी है. उम्मीद है कि 25 अगस्त तक कनेक्शन पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद फिर से जांच होगी कि कनेक्शन सही से हुए हैं या नहीं. इसके बाद अलग-अलग सरकारी एजेंसियां जिसमें नोएडा अथॉरिटी भी इसकी जांच करेगा.
नोएडा एक्सप्रेसवे रहेगा बंद, डायवर्ट रहेगा रूट
ध्वस्तीकरण के दिन ट्विन टावर के चारों ओर एमराल्ड कोर्ट के सहारे बनी सड़क, दक्षिण दिशा में दिल्ली को ओर जाने वाले एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन, पूर्व में सृष्टि और एटीएस विलेज के बीच सड़क तक, पश्चिम में पार्क से जुड़े फ्लाईओवर तक नाकाबंदी की जाएगी. ब्लास्ट के वक्त दोपहर 2:15 से लेकर 2: 45 तक नोएडा एक्सप्रेसवे को बंद रखा जाएगा. इस दौरान महामाया फ्लाईओवर से रूट को डायवर्ट किया जाएगा. इसके अलावा आसपास की कनेक्टिंग सड़कों को भी बंद कर दिया जाएगा.
इमरजेंसी सेवाएं, पुलिसबल रहेगा मौजूद
दोनों टॉवर के ध्वस्तीकरण के समय आपातकालीन सेवाएं जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस पिकेट तैनात रहेगी. सुरक्षा इंतजामों के लिए 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी, पीएसी और फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारी व अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. वहीं गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने एक डीसीपी, एडिशनल डीसीपी, एसीपी और इंस्पेक्टर रैंक के पांच अफसरों को भी तैनात किया जाएगा.