MadhyaPradesh :📍 गढ़ा, छतरपुर (मध्य प्रदेश)
बागेश्वर धाम में आयोजित जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ। भारी भीड़ के बीच लगे टेंट का एक हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 8 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
हादसा रविवार शाम को हुआ, जब बाबा बागेश्वर उर्फ धीरेंद्र शास्त्री के जन्मोत्सव को लेकर धाम परिसर में हजारों की भीड़ इकट्ठा थी। प्रशासनिक तैयारियों की पोल तब खुल गई जब तेज़ हवा और भारी भीड़ के दबाव में टेंट ढह गया।
बाबा को भनक तक नहीं लगी?
जहां हजारों लोग पंडाल के नीचे खड़े थे, वहीं बाबा मंच पर कथा और ‘पर्ची’ खोलने में व्यस्त थे। सवाल ये है कि जो बाबा दूसरों का भविष्य पढ़ते हैं, वे अपने धाम में हुई इस दर्दनाक घटना को क्यों नहीं रोक सके?
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा इंतज़ाम नाकाफी
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम स्थल पर न तो पर्याप्त मेडिकल इमरजेंसी टीम थी और न ही दमकल या आपदा नियंत्रण दस्ता तैनात था। टेंट गिरने के बाद अफरातफरी मच गई और राहत कार्य में देरी हुई।
संपादकीय टिप्पणी: अंधभक्ति बनाम जिम्मेदारी
यह हादसा सिर्फ एक तकनीकी चूक नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी है। जब किसी व्यक्ति को ‘ईश्वर’ जैसा दर्जा देकर उसकी हर बात को सत्य मान लिया जाता है, तब ऐसी अंधभक्ति जानलेवा साबित होती है।
आस्था ज़रूरी है, लेकिन विवेक उससे भी ज़्यादा।
सवाल पूछना अब ज़रूरी है —
क्या “पर्ची चमत्कार” दिखाने वाले बाबा को हादसे की आहट भी क्यों नहीं आई?
मुख्य बिंदु:
हादसा: बागेश्वर धाम, गढ़ा, छतरपुर
कारण: टेंट गिरा, भीड़ और हवा का दबाव
मौतें: 1 श्रद्धालु की जान गई
घायल: 8 से अधिक
सवाल: क्या बाबा और आयोजकों की लापरवाही इसके लिए ज़िम्मेदार है?
ताज़ा ख़बरों और लाइव अपडेट्स के लिए जुड़ें हमारे WhatsApp ग्रुप से – +91 7710 888 888
पढ़ें सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट – www.BandhuNews.in
जानकारी साझा करने के लिए संपर्क करें।