भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने ओलंपिक के फाइनल मुक़ाबले से पहले अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कुश्ती को अलविदा कह दिया है.
विनेश फोगाट ने मंगलवार को एक के बाद एक तीन मुक़ाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुश्ती की 50 किलो भार वर्ग के फ़ाइनल में जगह बनाई थी. वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.
हालांकि, इसके चंद घंटों बाद ही मान्य वजन से अधिक भार होने के कारण विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया
विनेश फोगाट ने इस पूरे घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन उन्होंने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास का एलान किया है.
विनेश ने एक ट्वीट में लिखा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई. माफ़ करना. आपका सपना-मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी. माफ़ी.”
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विनेश के एलान के बाद उन्हें सबके लिए चैंपियन बताया है और कहा है कि विनेश का स्वागत एक मेडलिस्ट के तौर पर ही किया जाएगा.
वहीं, अमेरिका के दिग्गज कुश्ती पहलवान जॉर्डन बॉरो विनेश फोगाट के समर्थन में उतरे हैं. उन्होंने मांग की है कि विनेश फोगाट को कम से कम सिल्वर मेडल दिया जाए.
देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई दिग्गजों ने विनेश के लिए अपना समर्थन जताया है.