देशभर में जारी कोरोना की भारी रफ्तार के बीच गुरुवार को भी 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। कोरोना मरीजों से भरते अस्पतालों के बीच सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक मुंबई में अब पांच सितारा होटलों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। बीएमसी ने गुरुवार को बताया है कि फिलहाल दो पांच सितारा होटलों को निजी अस्पतालों द्वारा इस्तेमाल किए जाने की मंजूरी दी गई है। इन दो होटलों में 42 बेड उपलब्ध होंगे।
बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले दिनों में और होटलों को भी इस सूची में जोड़ा जाएगा, जहां कोरोना के उन मरीजों का इलाज होगा जो गंभीर नहीं हैं। इसके अलावा आने वाले हफ्तों में बीएमसी की योजना है कि वह 2000 बेड बढ़ाए। इनमें से कुछ आईसीयू बेड होंगे तो वहीं कुछ ऑक्सीजन बेड। बता दें कि मुंबई के अस्पतालों में 98 प्रतिशत आईसीयू और वेंटिलेटर बेड भर चुके हैं।
बीएमसी की ओर से जारी किए गए सर्कुलर के मुताबिक, अस्पताल मरीजों से एक दिन का 4000 रुपये तक भुगतान ले सकते हैं। इसमें बेड और खाने-पीने का चार्ज शामिल होगा। मरीज के इलाज का खर्च अलग से देना होगा। अगर एक ही परिवार के दो लोग भर्ती हैं तो वे ट्विन शेयरिंग कर सकते हैं, जिसके लिए एक दिन का चार्ज 6 हजार रुपये होगा।
इससे पहले बृहन्मुंबई नगरपालिका के चीफ इकबाल सिंह चहल ने सोमवार को ही यह बताया था कि सरकार ने चार और पांच सितारा होटलों से निवेदन किया है कि वे CCC2 फैसिलिटी (कोविड-19 केयर सेंटर फॉर पेशेंट्स) बनाए। ये सेंटर बड़े प्राइवेट अस्पतालों के प्रोफेशनल की निगरानी में चलाए जाएंगे।
दिल्ली में भी होटल-बैंक्वेट में होगा इलाज
इससे पहले राजधानी में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई अस्पतालों के साथ बैंक्वेट हॉल और होटलों को जोड़ा जा चुका है। जिससे बेड की संख्या बढ़ जाएं और कोविड मरीजों को भर्ती होने में परेशानी न आए। मरीजों हल्के लक्षण वाले मरीजों का बैंक्वेट हॉल में और गंभीर मरीजों का अस्पताल में इलाज किया जाएगा। अस्पतालों पर नॉन कोविड मरीजों का ज्यादा भार न पड़े, इसको देखते पहले से तय सर्जरी भी दो से तीन महीने के लिए स्थगित कर दी गई हैं। 23 अस्पतालों को होटल और बैंक्वेट हॉल से जोड़ा गया है।