शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच रविवार को मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
दिल्ली में रविवार (14 मई) सुबह उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच मुलाकात ने सियासी हलचल बढ़ा दी है. आदित्य ठाकरे को केजरीवाल के घर से निकलते हुए देखा गया, जहां कई कैमरों ने उनकी तस्वीरें कैद की. इस मुलाकात को लेकर कहा जा रहा है कि यह 2024 में विपक्षी एकजुटता की तरफ बढ़ते कदम हैं.
पिछले कुछ वक्त से विपक्ष एकजुट होने के पूरे प्रयास में है. इसको लेकर कई ऐसी मीटिंग्स हुई जिनकी चर्चा चारों तरफ थी. विपक्ष की एकता को लेकर इस ताजा बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. इस मीटिंग में आदित्य ठाकरे के साथ प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद रहीं. यह मुलाकात तकरीबन एक घंटे तक चली. लोकसभा चुनाव की वजह से साल 2024 बेहद खास है और उसी को लेकर सारी पार्टियां एकजुट होकर रणनीति तैयार करने में लगी हुई हैं.
केजरीवाल और आदित्य ठाकरे की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही शनिवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त जीत मिली है. कर्नाटक में मिली इस जीत के बाद से विपक्ष के हौसले बुलंद है. उसमें भरोसा जगा है कि पीएम मोदी को हराया जा सकता है.
कर्नाटक चुनाव के बाद अब विपक्षी एकता की मुहिम तेज हो गई है. केजरीवाल और आदित्य ठाकरे की मुलाकात को भी इसी सिलसिले में देखा जा रहा है. ऐसा भी माना जा रहा है कि शिवसेना यूबीटी महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी को साथ लेकर कुछ बड़ा कर सकती है.