राष्ट्रवादी कांग्रेस के संस्थापक शरद पवार ने पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कभी चुनाव न लड़ने का एलान किया है.
एनसीपी और इसके कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से अपना फ़ैसला वापिस लेने की मांग की है. सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में नारे भी लगाए.
उधर अजित पवार ने कहा कि शरद पवार एक मई को ही इस्तीफ़ा देने वाले थे लेकिन महा विकास अघाड़ी की रैली के चलते उन्होंने अपना फ़ैसला टाल दिया था.
उन्होंने कहा कि अगला अध्यक्ष शरद पवार के निर्देश में रहते हुए काम करेगा.
कांग्रेस वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा, “शरद पवार एक सम्मानित नेता हैं. ये उनके पार्टी का अंदरूनी मामला है लेकिन वो विपक्षी एकता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे, ऐसी हमें उम्मीद है.”
अपने फैसले का ऐलान करते हुए शरद पवार ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की एक समिति अब पार्टी के लिए भविष्य की रणनीति तय करेगी.
शरद पवार ने कहा, “इस समिति में प्रफुल्ल पटेल, सुनील ठाकरे, पीसी चाको, नरहरी ज़िरवाल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, जयंत पाटिल, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अवहाद, हसन मुशरिफ़, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ और पार्टी के सभी सेल के प्रमुख होंगे.”
पद छोड़ने का एलान करते हुए शरद पवार ने कहा, “पिछले 60 सालों में आप सभी मेरे साथ मज़बूती से खड़े रहे. मैं इसे हमेशा याद रखूंगा.”
शरद पवार ने कहा है कि वो राजनीति, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में काम करते रहेंगे.
शरद पवार का अभी राज्यसभा का तीन साल का कार्यकाल बाक़ी है. उन्होंने कहा है कि वो आगे कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे.