H3N2 Influenza Virus: डराने लगा H3N2… वायरस से अब मौत; महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्यों में अलर्ट पढ़िए पूरी खबर विस्तार से

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भारत में अब H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। वायरस किसी एक राज्य में नहीं है बल्कि कई राज्यों में इसकी एंट्री हो चुकी है। इतना ही नहीं अब इससे मरीज की जान भी जा रही है। वायरस के खतरे को देखते हुए अब राज्यों की ओर से भी इसकी तैयारी तेज कर दी गई है।

  • देश के कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस
  • महाराष्ट्र में H3N2 वायरस से दो की मौत, मध्य प्रदेश में पहला केस
  • दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में मास्क पहनना हुआ अनिवार्य

अब तेजी से देश के कई राज्यों में लोग H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। इस फ्लू से हर आयु वर्ग के लोग संक्रमित हो रहे हैं। खासकर बच्चे इससे अधिक संक्रमित हो रहे हैं। बुखार, खांसी, वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। अब तो इस वायरस से मौत भी होने लगी है। भारत में अब तक इन्फ्लूएंजा सब टाइप एच3एन2 की वजह से 3 लोगों की मौत हो चुकी हैं। लोगों से एक बार फिर से मास्क पहनने की अपील की जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कहीं यह वायरस भारत के लिए नया खतरा तो नहीं बन रहा। राज्य सरकारों की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि अब भी लोग पब्लिक प्लेस पर मास्क नहीं लगा रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि यदि शुरुआत में ही अपना ख्याल रखेंगे तो इसका ज्यादा असर नहीं होगा। H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस की एक राज्य के बाद दूसरे राज्य में एंट्री हो रही है। इन्फ्लूएंजा वायरस के मामलों का पता लगाने के लिए शीघ्र जांच कराने की बात की जा रही है।

H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस का सब टाइप है। इस वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं, जिसके प्रमुख लक्षण खांसी, जुकाम, बदन दर्द आदि है। डॉक्टरों का कहना है कि यह वायरस इतना खतरनाक है कि एक बार घर में किसी को हो गया, तो पूरे परिवार को संक्रमित कर सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि फ्लू तो साल 1989 से ही देखा जा रहा है। मुख्य रूप से इन्फ्लूएंजा ए, बी, सी और डी हैं। इसके कई सब-ग्रुप हैं, जिसमें एच1एन1 है। H3N2 पहली बार 1968 में हॉन्गकॉन्ग में फैला था और भारी तबाही मचाई थी। इस वायरस की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यह तेजी से रूप बदलता है। 15 से 20 दिन के अंतराल पर भी स्ट्रेन में चेंज हो जाता है। इसलिए हर साल इन्फ्लूएंजा वायरस की वैक्सीन में बदलाव किया जाता है।

महाराष्ट्र में इन्फ्लूएंजा के कारण दो मौत हो चुकी है। एक 74 वर्षीय व्यक्ति H3N2 की जान इस वायरस से जा गई। वहीं दूसरी जिस मरीज की जान गई वह COVID-19 के साथ-साथ इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित थे। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने विधानसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में इन्फ्लूएंजा संक्रमण के 361 मामले सामने आने के साथ राज्य के स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट पर रखा गया है और अगले दो दिनों में दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे। मंत्री ने भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क के इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग की भी सलाह दी।

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