“मुंबई के स्कूल और कॉलेज के युवाओं में ई-सिगरेट का क्रेज बढ़ा है. इसके साथ ही वहां के स्कूल और कॉलेज के पास ई-सिगरेट को अवैध तरीके से बेचा जा रहा है. जिनके खिलाफ मुंबई पुलिस ने मुहिम चलाई है. साथ ही पकड़े जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही भी कर रही है.”
देश में पिछले कुछ सालो में युवाओं में इ -सिगरेट का चलन काफी बढ़ा है. स्कूल और कॉलेज जाने वाले बच्चों में ई-सिगरेट का इस्तेमाल अधिक पाया गया है. ऐसे में मेट्रो सिटी में ई-सिगरेट को स्टाइल स्टेटमेंट में भी माना जाता है. जिस वजह से बच्चों में यह युवाओं के बीच में काफी लोकप्रिय है. मुंबई देश की आर्थिक राजधानी में भी ई-सिगरेट काफी चलन में है.
“आर्थिक राजधानी मुंबई में ई-सिगरेट को बंद करने के लिए मुंबई पुलिस ने एक मुहिम के तहत अब उन लोगों पर कार्यवाही करना शुरू किया है. जो ई-सिगरेट की बिक्री कर रहे है. मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल की यूनिट लगातार छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही उन पर कार्यवाही कर रही है. मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच को पिछले दो दिनों से मुंबई के कॉलेजों और अस्पतालों के पास ई-सिगरेट बेचने की सूचना मिली थी.”
“देश में कानून के अनुसार ई-सिगरेट बेचना या रखना प्रतिबंधित है मगर लोगों में इस बात को जागृत नहीं है वह कल मुंबई में एक दुकानों से 15 लाख से अधिक मूल्य की एक हजार ई-सिगरेट बरामद की गई थी. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक ई सिगरेट की बिक्री के संबंध में कई शिकायतें मिल रही है. वहीं यह सारी ई-सिगरेट चाइनीज है, और चाइना से लाए जाने की आशंका है.
पकड़े जाने पर ये है सजा
एंटी नारकोटिक्स सेल के डीसीपी के मुताबिक, हमें पुलिस आयुक्त से ई-सिगरेट की बिक्री पर छापा मारने के निर्देश मिले हैं. एक अभियान के तहत ये ई-सिगरेट देश में प्रतिबंधित है. इस मामले में भी हम लोकल एंगल से जांच कर रहे है. वहीं ई-सिगरेट किस रूट से भारत में लायी जा रही है. उस पर भी जांच की जा रही है. साथ ही लोगों में इस बात को लेकर जागृत बढ़ा रहे है. जिस में ई-सिगरेट रखना और बेचना कानूनी अपराध है. पकड़े जाने पर 5 साल की सजा और 5 लाख तक का जुर्माना लग सकता है.”