दक्षिणी मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित पॉश होटल सी ग्रीन मरीन से दादर और नागर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के लोकसभा सांसद मोहन भाई (Mohan Delkar) डेलकर का शव मिला है. मुंबई के एडिशनल सीपी के मुताबिक शुरुआती जांच से पता लगा है कि उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जो गुजराती भाषा में लिखा हुआ है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मोहन भाई डेलकर की उम्र 58 साल थी. वे अपने पीछे पत्नी कलाबेन देलकर और दो बच्चों अभिनव और द्विविता को छोड़ गए हैं.
989 में नौवीं लोकसभा चुनाव जीत कर मोहन भाई डेलकर ने राष्ट्रीय राजनीति में अपना कदम रखा था. इससे पहले उनकी पहचान एक कर्मठ ट्रेड यूनियन के नेता के तौर पर थी. 1986 से 1989 तक वे यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्री रहे. उन्होंने भारतीय नवशक्ति पार्टी (बीएनपी) बनाई थी. इससे पहले वे कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ चुके थे. 1991 में वे दूसरी बार लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने. 1991 में उन्हें अनुसूचित जाति और जनजाति के कल्याण के लिए बनी कमिटी का सदस्य बनाया गया था.