समीर वानखेड़े की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इससे पहले समीर वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. ये आरोप क्रूज केस के एक स्वतंत्र गवाह ने ही लगाए थे. किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने दावा किया था कि शाहरुख खान के बेटे को छोड़ने के लिए 25 करोड़ की डील पर बात हो रही थी और आखिर में 18 करोड़ में डील फाइनल हुई थी, जिसमें से 8 करोड़ रुपए समीर वानखेड़े को मिलने थे. ऐसे झूठे बे बुनियाद आरोप लगे थे. इसके बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ एक एक कर ऐसे झुटेआरोप कर के खुलासे किए कि समीर वानखेड़े मुश्किल में आ गए. यहां तक कि उनको आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स केस की जांच से भी हटा दिया गया था. नवाब ने कहा था कि समीर ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर NCB में नौकरी पाई थी. समीर के दो शादी करने की बात भी नवाब मलिक ने उठाई थी. रोज़ रोज़ सोशल मिडिया के माध्यम से कीचड़ उछाल कर नीजी जिंदगी मे झूठे आरोप लागा रहे थे
17 साल की इस उम्र मे बच्चे पढ़ाई करते है. समीर वानखेड़े को क्या पता बियर बार होटल लइसेंस क्या होता है खैर
समीर वानखेड़े के बार और रेस्टोरेंट का शराब बिक्री लाइसेंस ठाणे जिला के कलेक्टर ने इसी साल की शुरुआत में रद्द कर दिया था. नवी मुंबई इलाके के वाशी में सदगुरु फैमिली बार और रेस्टोरेंट समीर वानखेड़े व उनके परिवार का है
IRS अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) के खिलाफ उम्र छिपाकर बार लाइसेंस बनवाने के मामले में FIR एफआईआर दर्ज की गई है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कोपारी पुलिस थाने में समीर वानखेड़े पर जालसाजी, धोखाधड़ी, शपथ पर झूठी सूचना देने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के कैबनेट मंत्री नवाब मालिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े के पास नवी मुंबई में एक बार है, जिसके लिए उन्हें कम उम्र में लाइसेंस मिला था. मलिक ने दावा किया था कि वानखेड़े 17 साल के थे जब उन्हें नवी मुंबई के होटल सद्गुरु में बार का लाइसेंस मिला था.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि समीर वानखेड़े को 27 अक्टूबर, 1997 को एक बार और रेस्तरां के लिए लाइसेंस दिया गया था. उस वक्त समीर वानखेड़े महज 17 साल के थे. जबकि बार लाइसेंस लेने के लिए न्यूनतम उम्र 21 साल है. बता दें कि इसी साल की शुरुआत में समीर वानखेड़े के बार और रेस्तरां का शराब बिक्री लाइसेंस ठाणे जिला के कलेक्टर ने रद्द कर दिया था. नवी मुंबई इलाके के वाशी में सदगुरु फैमिली बार और रेस्तरां समीर वानखेड़े व उनके परिवार का है.
दरअसल, एनसीबी NCB ने ( Sameer khan) समीर खान जो नवाब मलिक का दामाद है और करन सजनानी (Karan Sajnani) को ड्रग्स केस मे जनवरी 2021 गिरफ्तार किया था. करन सजनानी ब्रिटिश नागरिक है. एनसीबी के अनुसार, दोनों के पास से CBD और गांजा (Marijuana) बड़ी मात्रा में बरामद हुआ था. खबरों के अनुसार एनसीबी के अधिकारियों ने दावा है कि करण सजनानी और समीर के बीच 20 हजार रुपए का लेनदेन हुआ था, जिसको लेकर सजनानी को पिछले हफ्ते ही गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से 200 किलोग्राम ड्रग्स भी बरामद की गई थी।


नवाब मलिक वानखेड़े फैमिली पर उटपटांग बयानबाजी करते जा रहे थे जस्टिस कथावाला ने बोला नवाब मलिक को क्या आपको शोभा देता है? ऐसी बयानबाजी करना बंद करेंगे. इस पर जवाब दिया गया कि 9 दिसंबर तक नवाब मलिक अब वानखेड़े और उनके परिवार के खिलाफ कोई पोस्ट शेयर नहीं करेंगे. अब कोर्ट की तरफ से ना सिर्फ नवाब मलिक को झटका दिया गया है, बल्कि तल्ख अंदाज में ये तक कहा गया कि ऐसी बयानबाजी उन्हें शोभा नहीं देती. सुनवाई के दौरान जस्टिस जाधव ने कहा कि नवाब मलिक VIP हैं इसलिए उन्हें इतने आसानी से सभी डॉक्यूमेंट मिल जाते हैं. इसी बात को आगे बढ़ाते हुए जस्टिस कथावाला ने भी बोला कि वे एक मंत्री हैं और उन्हें ये सब क्या शोभा देता है?
कोर्ट का सवाल- आप मीडिया ट्रायल चाहते हैं?
सुनवाई के दौरान एक वक्त तो ऐसा भी आ गया जब जस्टिस कथावाला को कहना पड़ा कि क्या नवाब मलिक को सिर्फ मीडिया ट्रायल चाहिए. ये बात इसलिए कही गई क्योंकि नवाब मलिक लगातार सोशल मीडिया के जरिए वानखेड़े परिवार पर आरोप लगा रहे थे. इस पर कोर्ट ने सवाल पूछा कि क्या मलिक द्वारा कभी कास्ट स्क्रूटिनी कमिटी में शिकायत की गई. जस्टिस कथावाला ने कहा कि मलिक ने ऐसा एक बार भी नहीं किया. इसी के आगे उन्होंने कहा कि नवाब मलिक वानखेड़े के खिलाफ मीडिया ट्रायल चाहते हैं.