धमाकेदार खबर है..
मोदी ने मार्च 2022 तक BPCL को बेचने का फैसला किया था..3 खरीदारों ने “EOI” यानी “एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट” की चिट्ठी दे कर BPCL की नीलामी में भाग लेने की घोषणा भी की थी..
पर अब, ये तीनों खरीदार BPCL के लिए बोली नही लगा रहे है..इन तीनों ने BPCL के लिए बोली लगाने से मना कर दिया है..ये किसान आंदोलन और सोशल मीडिया पर चल रहे लगातार कैंपेन का ही नतीजा है..
अब BPCL को बेचने के लिए फिर से पूरी प्रक्रिया की शुरुआत करनी पड़ेगी..इसमे 2-3 साल का वक्त लगेगा..यानी 80% सम्भावना है कि 2024 तक BPCL नही बिक सकती….
मैंने बारबार लिखा : जो BPCL खरीदेगा और जो BPCL बेचेगा उसकी 7 पुश्ते जेल में सड़ेगी..मोदी को शायद ये बात समझ आ गई..उत्तरप्रदेश : वोट की चोट कीजिए..देश आपका कर्जदार रहेगा..
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