गांधीनगर के भाजपा मुख्यालय में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए बैठक चल रही है। तमाम बड़े-बड़े दिग्गजों के नाम रेस में शामिल बताए जा रहे हैं। कभी नितिन पटेल तो कभी मनसुख मंडाविया तो कभी सीआर पाटिल। लेकिन रविवार की शाम जब विधायक दल की बैठक खत्म होती है मीटिंग में सबसे पीछे बैठा एक शख्स मुस्कुराते हुए अपना मास्क हटाता है और विक्ट्री साइन बनाता है। जी हां, यह हैं गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
पहली बार में विधायक से सीएम बने
बताया जाता है कि आनंदीबेन पटेल का करीबी होना उनके लिए बहुत फायदेमंद रहा। इसके अलावा आरएसएस से भी उनका जुड़ाव कापुी पुराना है। भूपेंद्र पटेल की अभी तक की सबसे बड़ी राजनीतिक उपलब्धि 2017 का विधानसभा चुनाव है। यहां पर उन्होंने घाटलोदिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को 1,17,000 वोटों के भारी अंतर से शिकस्त दी थी। उनसे पहले यह सीट गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के पास हुआ करती थी। पटेल को करीब से जानने वाले लोग उन्हें जमीन से जुड़ा नेता बताते हैं, जो लोगों से चेहरे पर मुस्कान के साथ मिलते हैं। उन्होंने नगर पालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक का सफर तय किया है।
इतनी संपत्ति होने का किया था दावा
माई नेता डॉट इंफो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र पटेल ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया था। इसके मुताबिक उन्होंने तब अपनी कुल संपत्ति 69, 55,707 रुपए बताई थी। उनकी पत्नी का नाम रजनीकांत पटेल है। 2017 की एफिडेविड के मुताबिक भूपेंद्र पटेल के पास ह्यूंडई कार थी। वहीं उनकी पत्नी के नाम होंडा एक्टिवा कार थी।
समर्थकों के बीच दादा के नाम से मशहूर
अपने समर्थकों के बीच ‘दादा के नाम से पुकारे जाने वाले पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री तथा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है। वह जिस विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं, वो गांधीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सांसद हैं। पटेल विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले स्थानीय राजनीति में सक्रिय थे और अहमदाबाद जिले की मेमनगर नगरपालिका के सदस्य रहे और दो बार इसके अध्यक्ष बने। भूपेंद्र पटेल को मृदुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है।