Mumbai : नवी मुंबई के नामी बिल्डर और ड्रग्स रैकेट से जुड़े रहे गुरुनाथ चिचकर की आत्महत्या ने पुलिस और नार्कोटिक्स विभाग में खलबली मचा दी है।
चिचकर ने शुक्रवार को खुद को 9 एमएम की अवैध पिस्तौल से गोली मारकर जीवन समाप्त कर लिया।
सुसाइड नोट में उन्होंने मुंबई नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारियों और कुछ पुलिसकर्मियों पर मानसिक प्रताड़ना और दबाव डालने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
चिचकर के सुसाइड नोट के बाद पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया।
जांच के दौरान एसआईटी को एक चौंकाने वाली जानकारी मिली —
खारघर पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिस कर्मचारी सचिन भालेराव लगातार चिचकर के संपर्क में था।
जैसे ही जांच की भनक लगी, भालेराव गांव फरार हो गया, लेकिन नवी मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे दबोच लिया।
एसआईटी की पड़ताल में यह भी सामने आया कि ड्रग्स रैकेट का मुख्य सूत्रधार चिचकर का बेटा नवीन चिचकर था,
जो फिलहाल फरार बताया जा रहा है।
नेरुल सेक्टर-15 इलाके से एनसीबी ने लाखों रुपए की ड्रग्स के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था,
जबकि चार अन्य आरोपी अब भी फरार हैं।
गिरफ्तार सभी आरोपी नेरुल के निवासी बताए जाते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस ड्रग्स नेटवर्क में कुछ पुलिस अधिकारियों और एनसीबी के अफसरों की मिलीभगत का भी संदेह गहराता जा रहा है।
नाकोटिक्स विभाग से जुड़े कुछ बड़े नामों के साथ पुलिस कर्मियों के अच्छे संबंधों का भी सुराग मिला है।
Bandhu News को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के अनुसार,
आगामी दिनों में NCB मुंबई के कई अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
चिचकर का सुसाइड नोट इस पूरे रैकेट की पोल खोलने वाला सबसे अहम दस्तावेज बन चुका है।
मुख्य बिंदु:
चिचकर ने सुसाइड नोट में NCB अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
खारघर पुलिस का कर्मचारी सचिन भालेराव गिरफ्तार।
लाखों की ड्रग्स बरामदगी, मुख्य आरोपी नवीन चिचकर फरार।
SIT की जांच से खुल सकती हैं और भी बड़ी परतें।
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